by sosadmin | नवम्बर 30, 2018 | Front Page – Featured Item, Spiritual Guide, Spiritual Guide – Blog
सैद्धांतिक को व्यावहारिक में बदलना संत राजिन्दर सिंह जी महाराज हम सभी यह जानते हैं कि जब भी हम इस संसार के किसी भी क्षेत्र का अध्ययन करना चाहते हैं, तो हम एक ऐसे शिक्षक के पास जाते हैं जो उस क्षेत्र में माहिर होता है। जब हम छोटे होते हैं, तो हम नर्सरी स्कूल में जाते...
by Sheila Rogers DeMare | नवम्बर 26, 2018 | Front Page, Front Page – Blog, Spiritual Growth, Spiritual Growth – Blog
जीवन की चुनौतियों का सामना करना संत राजिन्दर सिंह जी महाराज हम सभी ऐसे क्षणों का सामना करते हैं, जो ताकतवर से ताकतवर पुरुषों और स्त्रियों के लिए भी चुनौतीपूर्ण होते हैं। हो सकता है कि हमारे साथ कोई दुर्घटना हो जाए, जो हमें कमज़ोर या असहाय बना दे। हो सकता है कि हमारे...
by Sheila Rogers DeMare | नवम्बर 25, 2018 | Front Page, Front Page – Blog, Spiritual Growth, Spiritual Growth – Blog
क्या सांसारिक प्रेम से बढ़कर भी कोई प्रेम है? संत राजिन्दर सिंह जी महाराज एक जागृत आत्मा का प्रेम, उसके प्रेम से भरपूर रिश्तों में झलकता है। इस दुनिया में जो प्रेम सबसे महान् माना जाता है, वो है माँ-बाप का अपने बच्चे के लिए प्रेम। अगर हमें अपने माँ-बाप का प्रेम अनुभव...
by Sheila Rogers DeMare | नवम्बर 24, 2018 | Front Page, Front Page – Blog, Spiritual Growth, Spiritual Growth – Blog
अपनी आपसी संबंद्धता को पहचानें संत राजिन्दर सिंह जी महाराज आगे दिया गया अभ्यास एक उदाहरण है जिसके द्वारा हम समस्त जीवन के साथ अपनी संबंद्धता को, अपने अंदरूनी नाते को, समझ सकते हैं। एक पानी की बूंद की कल्पना कीजिए। मान लीजिए कि उस बूंद के पास से एक नदी गुज़र रही है।...
by Sheila Rogers DeMare | नवम्बर 24, 2018 | Front Page, Front Page – Blog, Spiritual Growth, Spiritual Growth – Blog
हमारा सच्चा स्वरूप क्या है? संत राजिन्दर सिंह जी महाराज There are two ways to view ourselves. The first is to view ourselves primarily as a body and mind. When we see ourselves in this manner, we say that we are a mind and body that “have a soul.” The...