मदर्स डे

संत राजिन्दर सिंह जी महाराज

10 मई 2020
आज मदर्स डे (मातृ दिवस) है, एक ऐसा दिन जब हम अपनी माँओं के प्रति प्रेम और कृतज्ञता दर्शाते हैं जिनकी मदद से ही हम वो बन पाए हैं जो आज हम हैं। इस दिन हम अपनी माँओं का सम्मान करते हैं। इस दिन हम इस बात पर विचार करते हैं कि कैसे वे हमेशा से हमारी देखभाल करती आई हैं, जब से हम नन्हे बच्चे थे, कैसे वे हमें कपड़े पहनाती थीं, कैसे वे हमें तैयार करती थीं, कैसे वे हमारे लिए खाना पकाती थीं, और कैसे वे हमें वो सबकुछ सिखाती थीं जो जीवन को सफल बनाने के लिए हमारा जानना ज़रूरी था।

जब हम इस बात पर विचार करते हैं कि हमारी माँ ने क्या-क्या किया है ताकि हम फल-फूल सकें, सीख सकें, और कैसे उनसे मिले प्यार के कारण हमारा जीवन बहुत बेहतर हुआ है, तो हम यह भी समझ जाते हैं कि हम असल में उनके कार्यों के लिए कृतज्ञता महसूस नहीं कर रहे हैं। जब हम इस पहलू पर ग़ौर करते हैं और सोचते हैं कि एक माँ अपने बच्चों की इतनी देखभाल क्यों करती हैं, तब हम उस सिद्धांत पर पहुँच जाते हैं जो इस संपूर्ण सृष्टि का आधार है। उनके कार्यों के पीछे छुपा मूलभूत सिद्धांत है वो प्रेम जो उनके दिल में हमारे लिए है।

आइए हम आज के दिन, और हर दिन, उनके प्रेम के उपहार की क़द्र करें, इस बात को महसूस करें कि हमारी माँओं के दिलों में हमारे लिए कितना सारा प्रेम है, और हमने उस प्रेम से कितना कुछ पाया है। आइए हम उन्हें भी याद करें जिन्होंने सब माँओं को बनाया है, यानी प्रभु को, और आइए हमारी माँ का प्रेम हमें उस प्रेम की याद दिलाए जो प्रभु के अंदर हमारे लिए है।

मैं सारी दुनिया की माँओं को मदर्स डे की शुभकामनाएँ देता हूँ।

article Rajinder meditation end

लेखक के बारे में

Sant Rajinder Singh Ji sos.org

 

 

 

 

संत राजिन्दर सिंह जी महाराज को अध्यात्म व ध्यानाभ्यास के द्वारा आंतरिक व बाहरी शांति का प्रसार करने के अपने अथक प्रयासों के लिए अंतर्राष्ट्रीय रूप से सम्मानित किया गया है। साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी के आध्यात्मिक अध्यक्ष होने के नाते, वे संसार भर में यात्राएँ कर लोगों को आंतरिक ज्योति व श्रुति पर ध्यान टिकाने की प्रक्रिया सिखाते हैं, जिससे शांति, ख़ुशी, और आनंद की प्राप्ति होती है।

संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने ध्यानाभ्यास की अपनी प्रभावशाली और सरल विधि को सत्संगों, सम्मेलनों, आध्यात्मिक कार्यक्रमों, और मीडिया प्लैटफ़ॉर्म्स के द्वारा विश्व भर में लाखों लोगों तक पहुँचाया है। महाराज जी अनेक बैस्टसैलिंग पुस्तकों के लेखक भी हैं, तथा उनके ब्लॉग्स, वीडियोज़, गतिविधियों की सूचनाएँ, और प्रेरणादायी आध्यात्मिक कथन नियमित रूप से साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी के वेबसाइट पर आते रहते हैं: www.sos.org। अधिक जानकारी के लिए और आगामी सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए यहाँ देखें। Facebook YouTube Instagram पर संत राजिन्दर सिंह जी महाराज को फ़ॉलो करें।

 

 

अतिरिक्त संदेश

वसंत की वापसी

वसंत की वापसी

जहाँ एक ओर वसंत का अर्थ है हरियाली और फूलों का पुनआर्गमन, वहीं दूसरी ओर यह आध्यात्मिक पुनर्जीवन का भी प्रतीक है। जिस तरह वसंत का प्रकाश, बाहरी सर्दियों के अंधकार को दूर कर देता है; उसी तरह हमारे अंदर के अध्यात्म का प्रकाश, हमारी आत्मा की लंबी अंधेरी रात का अंत कर देता है।

त्यौहार के उपहार के रूप में दयालुता फैलायें

त्यौहार के उपहार के रूप में दयालुता फैलायें

जहाँ लोग त्यौहार के लिए दुकानों में या ऑनलाइन उपहार ख़रीदते हैं, वहीं एक ऐसा उपहार भी है जो मुफ़्त में दिया जा सकता है और जो स्थाई असर भी छोड़ता है। एक अनमोल उपहार जो हम दे सकते हैं, और जिसे पैसे देकर ख़रीदना नहीं पड़ता है, वो है प्यार भरी दयालुता। प्यार भरी दयालुता दुनिया की सबसे ताकतवर शक्तियों में से एक है।

ध्यानाभ्यास के द्वारा थैंक्सगिविंग मनायें

ध्यानाभ्यास के द्वारा थैंक्सगिविंग मनायें

मैं आप सभी को थैंक्सगिविंग डे (धन्यवाद दिवस) की बधाई देता हूँ। थैंक्सगिविंग का समय कृतज्ञता का समय है। यह हमें मिली सभी देनों और उपहारों के लिए धन्यवाद देने का समय है। तो प्रभु द्वारा हमें दी जाने वाली अनगिनत देनों के लिए हम कृतज्ञता कैसे दर्शा सकते हैं? प्रभु को शुक्राना करने का एक तरीका है ध्यानाभ्यास करना। क्यों?