16 फरवरी 2019

दिल्ली, में आयोजित 34वें मुफ़्त मोतियाबिंद शिविर में मरीज़ों को मिला दृष्टि का उपहार

सावन कृपाल रूहानी मिशन (SKRM) द्वारा फरवरी में 32वें अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता सम्मेलन के अवसर पर कृपाल बाग़, दिल्ली, भारत, में 34वें मुफ़्त मोतियाबिंद शिविर का आयोजन किया गया।

Eye Camp Science of Spirituality Rajinder Singh

संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के पावन मार्गदर्शन में आयोजित यह शिविर लोगों के नेत्रों की जाँच करके उन मरीज़ों का पता लगाता है जिन्हें मोतियाबिंद ऑपरेशन की ज़रूरत है, और जो स्वयं इस ऑपरेशन का ख़र्चा उठा नहीं सकते। इस प्रकार की सहायता की अधिक माँग होने के कारण, यह शिविर अब साल में दो बार लगाया जाता है – SKRM द्वारा फरवरी के महीने में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता सम्मेलन के दौरान, और सितम्बर के महीने में आयोजित विश्व आध्यात्मिक सम्मेलन के दौरान।

इस नेत्रजाँच शिविर के दौरान पहले दिल्ली में डॉक्टरों की एक स्वयंसेवी टीम के द्वारा मरीज़ों की आँखों की जाँच की जाती है। फिर जिन लोगों को ऑपरेशन के लिए चुना जाता है, उन्हें नोएडा के आईकेयर अस्पताल में ले जाया जाता है, जहाँ उनका मोतियाबिंद ऑपरेशन के द्वारा निकाल दिया जाता है और उन्हें आधुनिक लैंस प्रदान किए जाते हैं। सभी ऑपरेशन यू.एस.ए. से आए सर्जन्स और आईकेयर अस्पताल के सर्जन्स द्वारा मिलकर किए जाते हैं, जो इस महान् कार्य के लिए अपने समय और काबिलियत का मुफ़्त दान देते हैं। ऑपरेशन के बाद भी कई हफ़्तों तक मरीज़ों की देखरेख और इलाज ज़ारी रखा जाता है, ताकि उन्हें सर्जरी का अधिकतम लाभ मिल सके।

समाज के प्रति इस निष्काम सेवा से मरीज़ों के जीवन पर काफ़ी प्रभाव पड़ा है। पिछले कई सालों से, सावन कृपाल रूहानी मिशन और साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी ने इन शिविरों के द्वारा पंद्रह हज़ार से भी अधिक लोगों को उनकी दृष्टि वापस पाने में मदद की है। इन शिविरों के बारे में लोगों को दूर-दूर तक पता चल गया है और भारत के सभी कोनों से लोग इन शिविरों में भाग लेने के लिए आते हैं। सावन कृपाल रूहानी मिशन (SKRM) और साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी (SOS) द्वारा आयोजित सभी स्वास्थ्य और नेत्र शिविर पूरी तरह से निशुल्क होते हैं, और मानवता की सेवा के उद्देश्य से ही आयोजित किए जाते हैं।

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