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30 जून 2019

डॉ. टी. कॉलिन कैम्पबैल के लिए साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर में भारी भीड़ एकत्रित

शनिवार, 29 जून, को लाइल, इलिनोई, के साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर में प्रसिद्ध वैज्ञानिक और खान-पान व पोषण के क्षेत्र में अगुआ, डॉ. टी. कॉलिन कैम्पबैल, का व्याख्यान सुनने के लिए विशाल मुख्य हॉल के पूरी तरह से भर जाने के बाद श्रोतागण 500 सीटों वाले डायनिंग कक्ष में भी बैठे।

उनका व्याख्यान, “स्वास्थ्य: सही खान-पान पहले, दवाइयाँ बाद में” सेंटर में आयोजित किए जाने वाले ‘वैजी फ़ैस्ट प्रैज़ेन्ट्स’ (शाकाहार महोत्सव प्रस्तुतिकरण) शृंखला के अंतर्गत थी, जिसमें निशुल्क मासिक व्याख्यान, विभिन्न व्यंजन पकाने के प्रदर्शन, और कक्षाएँ आयोजित की जाती हैं।

Campbell Meditation Center

 

श्रोतागण मेडिटेशन सेंटर में आने शुरू हो गए। कुछ तो दो घंटे पहले ही आ गए, ताकि 85 वर्ष के इन शाकाहार-समर्थक का व्याख्यान सुन सकें, जो आज बेहद लोकप्रिय हो चुके हैं। वनस्पति आधारित आहार के अनेक लाभों पर उनका संदेश हज़ारों लोगों के जीवन में गहरा बदलाव लाया है। वे अपनी पुस्तक ‘द चाइना स्टडी’ के लिए जाने जाते हैं, जो स्वास्स्थ्य और पोषण पर लिखे गए सबसे विस्तृत अध्ययनों में से एक है।

श्रोताओं ने खड़े होकर और तालियाँ बजाकर डॉ. कैम्पबैल का स्वागत किया। अपने व्याख्यान की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा, ”इस स्थान (मेडिटेशन सेंटर) को देखने भर से ही इंसान भावुक हो जाता है। मेरे ख़याल से यह जगह बहुत ही ख़ास है, और मैं जानता हूँ कि आहार के बारे में मेरे और इस संगठन के विचार मेल खाते हैं, तो आज आप लोगों को सम्बोधित करना मेरे लिए सम्मान की बात है।”

इसके पीछे का विज्ञान

इस अगस्त में, डॉ. कैम्पबैल ने कहा, 63 वर्ष पूरे हो जायेंगे जब उन्होंने आहार और स्वास्थ्य के आपसी संबंध पर शोध की शुरुआत की थी। हालाँकि आरंभ में वे भी यही पारंपरिक सोच रखते थे कि पशु प्रोटीन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन विस्तृत चिकित्सीय और वैज्ञानिक अध्ययनों के बाद उन्होंने पाया कि सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने बताया कि अनेक शोधों और अध्ययनों के बाद इस बारे में बहुत सारे प्रमाण उपलब्ध हैं कि पशु प्रोटीन (माँस और दुग्ध-पदार्थ) “कैंसर कोशिकाओं को ऑन” कर देता है, तथा वनस्पति-आधारित आहार “कैंसर कोशिकाओं को ऑफ़” कर देता है।

पारंपरिक चिकित्सा समुदाय इन प्रमाणों को स्वीकार क्यों नहीं कर रहा है, इस सवाल का जवाब वे अपनी आने वाली पुस्तक में देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चिकित्सीय और वैज्ञानिक अध्ययनों के लिए काफ़ी पैसे लगाने पड़ते हैं, और ये पैसे ज़्यादातर दुग्ध-पदार्थ और दवाइयों की कम्पनी वाले ही लगाते हैं।

उन्होंने आगे बताया कि आज लोग कैंसर के इलाज के लिए कोई दवाई, या सीरम, या कोई अन्य तुरत-फुरत तरीका ढूंढ निकालना चाहते हैं, लेकिन सबूत दर्शाते हैं कि हमें इसके लिए एक समग्र तरीका अपनाना चाहिए। हमारा शरीर रासायनिक क्रियाओं और प्रतिक्रियाओं की एक जटिल प्रणाली है। पूरी तरह से सही तरीके से काम करने के लिए और अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हमारा शरीर किसी एक तंत्र या किसी एक विटामिन पर निर्भर नहीं करता है। विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक, वनस्पति-आधारित खाद्य-पदार्थों के मेल से हमारा शरीर वो सारे पोषक तत्त्व प्राप्त कर लेता है जो उसे ख़ुद को स्वस्थ रखने के लिए चाहिए होते हैं।

इस बारे में अधिक जानकारी

डॉ. कैम्पबैल और उनकी पुस्तकों के बारे में अधिक जानने के लिए, और उनका एक विस्तृत साक्षात्कार पढ़ने के लिए, www.VeggieFestChicago.org के ‘न्यूज़ ऐन्ड ब्लॉग्स’ सैक्शन पर जायें।

आप हमारे वेबसाइट पर जाकर भी उन सभी लोकप्रिय वक्ताओं और प्रसिऋ शेफ़्स के बारे में जान सकते हैं जो इस साल वैजी फ़ैस्ट में आयेंगे। अपने कैलेन्डरों में वैजी फ़ैस्ट 2019 की तिथियाँ अंकित कर लें। देश का यह सबसे बड़ा शाकाहार और जीवनशैली महोत्सव 10 और 11 अगस्त 2019 को लाइल, इलिनोई, के डनाडा साउथ पार्क में आयोजित किया जाएगा। यह केवल शाकाहारियों के लिए नहीं है। यह सबके लिए है!

डॉ. कैम्पबैल के साथ साक्षात्कार के लिंक के लिए नीचे देखें। यह लेख VeggieFestChicago.org वेबसाइट पर पोस्ट किया गया था।

 

https://www.veggiefestchicago.com/interview-with-dr-t-colin-campbell/

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