मैल्कॉम एक्स कॉलेज में संत राजिन्दर सिंह जी महाराज का आध्यात्मिक कार्यक्रम
शनिवार के कार्यक्रम में कुक काउन्टी के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के मुख्य अधिकारी, डॉ. टैरी मेसन, ने संत राजिन्दर सिंह जी महाराज का परिचय दिया। कार्यक्रम में मैल्कॉम एक्स के अंतरिम अध्यक्ष, डेव सैन्डर्स, भी मौजूद थे, जो डॉ. मेसन के साथ महाराज जी से मिले तथा हमारी शैक्षिक और चिकित्सीय प्रणालियों में ध्यानाभ्यास को शामिल करने के महत्त्व पर चर्चा की।
महाराज जी का संदेश
दोनों दिन पूरी तरह से भरे हॉल में श्रोताओं को संबोधित करते हुए संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने समझाया कि वर्तमान समय में हमारे जीवन में मौजूद तनावों के कारण क्या-क्या हैं। जब हम अंदर से हलचल में होते हैं, तो हम बाहर से शांति कैसे पा सकते हैं? हम अपने वातावरण को बदल नहीं सकते, इसके बजाय हमें अपना दृष्टिकोण बदलना होगा।
हमारा सच्चा स्वरूप आत्मा है, जोकि परमात्मा का अंश है, और यही सत्ता है जो हमारे शरीर को जान दे रही है। जब हम यह जान जाते हैं कि हम प्रभु से अलग नहीं हैं, तो हम सबको आपस में जोड़ने वाले प्रेम के रेशमी धागों का भी अनुभव करने लगते हैं। यह चेतनता की अवस्था हम ध्यानाभ्यास के द्वारा ही पा सकते हैं।
पृथ्वी दिवस के अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें धरती का एक ज़िम्मेदार संरक्षक होना चाहिए, तथा सुनिश्चित करना चाहिए कि हम इसके संसाधनों का प्रयोग समझदारी के साथ करें, तथा इसके पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखें, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इसका लाभ उठा सकें।
हर सत्संग के बाद, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने प्रभु की आंतरिक ज्योति व श्रुति पर ध्यान टिकाने की विधि समझाई, जिसके बाद श्रोता ध्यानाभ्यास में बैठ गए। दोनों दिन के सत्संगों का स्पैनिश भाषा में अनुवाद किया गया।
साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ देखें। प्रश्न? कृपया संपर्क करें media@sos.org।