साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी के 35वें नेत्र-शिविर से हज़ारों को दृष्टि-लाभ मिला
दृष्टि के लिए एकजुट
एक सप्ताह लंबे इस शिविर के पहले दिन दिल्ली और भारत के अन्य राज्यों से आए सैकड़ों मरीज़ों ने कृपाल बाग़, दिल्ली, में इस मुफ़्त सुविधा का लाभ उठाया। स्वयंसेवी डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों की टीमों ने इस मरीज़ों की जाँच की। इसके बाद, जिन मरीज़ों को मोतियाबिंद से पीड़ित पाया गया, उन्हें नोएडा के आईकेयर अस्पताल में ऑपरेशन के लिए रेफ़र कर दिया गया। आईकेयर भारत का एक प्रसिद्ध नेत्र अस्पताल है, जिसमें विश्व की आधुनिकतम टैक्नोलॉजी उपलब्ध है, और जहाँ आँखों की सर्जरी के लिए स्टेट-ऑफ़-दि-आर्ट एैल्कॉन इनफ़िनिटी विज़न सिस्टम का प्रयोग किया जाता है।
यहाँ, यूनाइटेड स्टेट्स के स्वयंसेवी चिकित्सक, आईकेयर डॉक्टरों के साथ मिलकर मरीज़ों को उनकी दृष्टि वापस पाने में सहायत करते हैं। सभी मरीज़ों को नेत्र-उद्योग द्वारा दान में दिए गए उच्च गुणवत्ता के लैंस दिए जाते हैं। साथ ही, ऑपरेशन के बाद भी उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जाती है और पूरी तरह ठीक होने के बाद ही उन्हें डिस्चार्ज किया जाता है। मुफ़्त ऑपरेशन के अलावा, SKRM द्वारा मरीजों को निशुल्क रहने की व्यवस्था, यात्रा का इंतज़ाम, खाना-पीना, आई ड्रॉप्स, पढ़ने का चश्मा, और अन्य ज़रूरी चीज़ें भी दी जाती हैं।
मानवता की सेवा
SKRM द्वारा साल में दो बार, फरवरी और सितम्बर में, यह मोतियाबिंद चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाता है। इसी परंपरा के अंतर्गत, SKRM द्वारा सुनिश्चित किया गया कि इस साल के शिविर से भी अधिक से अधिक संख्या में लोग लाभ उठा सकें।
सावन कृपाल रूहानी मिशन और साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी के द्वारा प्रायोजित नेत्र और स्वास्थ्य शिविरों में लोगों की मुफ़्त जाँच व इलाज किया जाता है, और इसके पीछे कार्य करती है मानवता की निष्काम सेवा करने की भावना।
संत राजिन्दर सिंह जी महाराज और साइंस ऑफ़ स्पिरिच्युएलिटी के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया sos.org का अध्ययन करें। नेत्र-शिविर और अन्य सेवा गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी पाने के लिए संपर्क करें: media@sos.org ।